।। हरि: ॐ ।।
24-04-2017
श्री स्वामी समर्थ बखर अनुभव- ०३
आज अक्कलकोटनिवासी श्री स्वामी समर्थ महाराज का समाधि दिवस है। इसवी सन १८७८ चैत्र वैद्य त्रयोदशी सह वद्य चतुर्दशी को समाधिलीला का निमित्त करके श्री स्वामी समर्थ ने अपना अवतारकार्य पूरा कर दिया। भले ही देह रूप में स्वामी समर्थ महाराज हमें दिखायी न दे रहे हों मगर वे अपने हर एक बालक के साथ, अपने हर एक भक्त के साथ सदा ही हैं, इसमें कोई दोराय नहीं है।
श्री स्वामी समर्थ महाराज, आप प्रेममय हैं और हम अंबज्ञ हैं।
श्री स्वामी समर्थ महाराज, आप प्रेममय हैं और हम अंबज्ञ हैं।