।। हरि: ॐ ।।
09-06-2019
बॉक्स ऑफिस -०४
द टर्मिनल (२००४)
लेख क्र. ३
आदमी मुसाफिर है, आता है जाता है, आते जाते रस्ते पर यादें छोड़ जाता है|यह फिल्म हमारे दिल के टर्मिनल में सदा के लिए बस जाती है और
मीठीं यादें छोड़कर इस दुनिया रूपी टर्मिनल को छोड़ने की राह दिखाती है,
प्रेम की गरिमा, प्रेम की अतुलनीय ताकत महसूस कराती है|